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कपड़े के शोरूम में आग से लाखों का नुकसान, नगर पालिका की फायर ब्रिगेड देरी से पहुंची,नागरिकों में आक्रोश

एक भी प्रशासनिक अधिकारी व जनप्रतिनिधि घटनास्थल पर नहीं पहुंचे, -3 फायर ब्रिगेड पहुंची, 3 घंटे में आग पर नियंत्रण,

नीमच, 21 अक्टूबर 2025

नगर के प्रमुख श्री बड़े बालाजी मंदिर के समीप नया बाजार में नीमच निवासी प्रदीप भामावत के व्यवसायिक संस्थान आदिनाथ वस्त्रालय शोरूम भवन की दुसरी मंजिल पर रात्रि लगभग 12 .20 बजे अचानक आग लग गई थी उसके बाद नागरिकों ने फायर ब्रिगेड को सूचना की और आधे घंटे में नपा की फायर ब्रिगेड टीम व टैंकर पहुंचे और आग बुझाने का कार्य शुरू किया इस अवसर पर मध्य प्रदेश पश्चिम क्षैत्रिय विद्युत वितरण कंपनी के इलेक्ट्रिक लाइन मेन द्वारा लाइट विधुत कनेक्शन काट दिया गया और उच्च अधिकारियों को सूचना प्रेषित की। रात को 1:50 बजे तक साड़ी के गोदाम की दुसरी मंजिल से निरंतर काला धुआं निकलता रहा।नपा परिषद की फायर ब्रिगेड टीम और अफीम फैक्ट्री क्षारोद कारखाना सीआईएसएफ की टीम मौके पर पहुंची और फायर ब्रिगेड टीम के कर्मचारियों द्वारा आदिनाथ वस्त्रालय की दूसरी मंजिल पर सीढ़ी लगाकर चढ़े और अन्दर से बंद शटर को तोड़ने के लिए 30 मिनिट तक सबल हथोड़े से शटर को तोड़ने का परिश्रम निरंतर करते रहे आग लगने की घटना की सूचना फैलने के बाद जन सैलाब उमड़ा ।शहर के विनोबा गंज क्षेत्र गरीब बस्ती, गिहारा मोहल्ला, नया बाजार एवं बिहार गंज कोली मोहल्ला आदि क्षैत्रवासियों व नागरिकों द्वारा आग बुझाने के लिए निरंतर सहयोग किया गया। आदिनाथ कपड़े के तीन मंजिला बिल्डिंग की दूसरी मंजिल में आग लगी उस मंजिल की सभी खिड़कियों के कांच को तोड़ा गया और वहां से फायर ब्रिगेड का पानी प्रेशर से डालकर आग बुझाने का कार्य किया गया। आग तेजी से फैल सकती थी लेकिन आदिनाथ साड़ी शोरूम के एक तरफ कोली मोहल्ला में जाने वाली गली है और दूसरी तरफ एक खाली प्लाट होने से आग कहीं भी नहीं फैल पाई।नगर पालिका की फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने भी अपना काम किया लेकिन नगर पालिका कर्मचारियों के पास संसाधन व प्रशिक्षण का अभाव सामने देखा गया सीआईएसएफ की फायर संसाधनों से युक्त प्रशिक्षित टीम आते ही आग बुझाने में तेजी से कार्यवाही आगे बढ़ी। इस अवसर पर अफीम फैक्ट्री फायर ब्रिगेड टीम के एएसआई प्रदीप कुमार के नेतृत्व में फायर फाइटर टीम के 6 कर्मचारियों द्वारा आग बुझाने के लिए संघर्ष किया गया। तेज काले धुएं के बावजूद भी टीम ने आग बुझाने में तत्परता दिखाई। इस अवसर पर नगर पालिका के तीन फायर ब्रिगेड और दो पानी के टैंकर मौके पर पहुंचे उनके साथ लगभग 15 कर्मचारियों की टीम पहुंची। और उन्होंने आग बुझाने का काम किया। आग पर रात 2.45बजे तक नियंत्रण कर लिया था । दुकान संचालक प्रदीप कुमार भामावत से बात करने पर उन्होंने बताया कि कुर्ते पजामे पैंट शर्ट साड़ियां ड्रेस मटेरियल ब्लाउज पेटीकोट जैकेट सहित विभिन्न रेडिमेड कपड़े के स्टॉक का परीक्षण करने के बाद जले हुए सामग्री को अलग से हटाने के बाद ही आग में कितने रुपए का नुकसान हुआ है। आग के कारण कई कपड़ों के बंडल चिपक कर गेंद बन गए हैं इसलिए स्थिति का वस्तु स्थिति का आकलन नहीं हो पा रहा है। वास्तविक नुकसान का आकलन स्थिति बाद में ही स्पष्ट हो सकेगी अभी 40 से 45 लाख रुपए मुल्य के कपड़ों के आग में जलकर नुकसान का अनुमान है। वास्तविक अनुमान बाद में ही सामने आ सकता है।इधर वस्त्र व्यवसाय कल्याण समिति अध्यक्ष दिलीप मोगरा ,सचिव दीपक शर्मा, किशोर लखेरा सहित कार्यकारिणी पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे स्थिति का निरीक्षण किया और अध्यक्ष श्री मोगरा ने प्रशासन से मांग की है कि नगर पालिका के फायर ब्रिगेड में संसाधनों की सुविधा बढ़ाई जाए साथ में 2 माइक लाउड स्पीकर तथा गैस कटर की सुविधा भी उपलब्ध करानी चाहिए ताकि इन साधनों के होने आगे लगने पर लोहे के दरवाजे और शटर को आपातकालीन स्थिति में गैस कटर से उसे काटकर शीघ्र आग को बुझाने में सहायता मिल सके। मानव अधिकार आयोग नगर अध्यक्ष मनीष मारू जैन नगर पालिका के रवैया के कारण काफी नाराज नजर आए एवं उन्होंने व्यवस्थाओं में सुधार हेतु नगर पालिका कर्मचारियों को उचित सुझाव दिए देर रात को लगी इस आगे के घटना स्थल पर जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि वर्ग से कोई भी व्यक्ति आगजनी स्थल पर नहीं पहुंचा जिस पर नागरिकों ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को पहुंचकर भीड़ पर नियंत्रण करवाना था ।भीड़ इतनी ज्यादा थी कि आग बुझाने में 3 घंटे का परिश्रम लग समय लग गया था। यदि तहसीलदार,

पटवारी या एसडीएम प्रशासन के अधिकारी मौके पर होते तो यह भीड़ जल्दी नियंत्रण में आती । और भीड़ को दूर किया जा सकता था। आम जनता की अधिक भीड़ होने से फायर की टीम अपना काम तेजी से नहीं कर पाई। पुलिस विभाग केन्ट थाना क्षैत्र के तीन पुलिस कर्मी मौके पर उपस्थित थे लेकिन उनकी कोई सुन नहीं रहा था। उनसे कई बार नागरिकों ने कहा कि आप दोनों तरफ से रास्ते बंद करो और भीड़ को रोको लेकिन वे ऐसा कर नहीं पाए। इस कारण भी नागरिकों में आक्रोश से फैल गया था।

आग लगने के कारण का पता नहीं चला….

पीड़ित दुकान संचालक रवि भामावत ने बताया कि उनके कर्मचारियों द्वारा दो दिन पहले बालकनी आदि स्थानों पर झाड़ू लगाकर सफाई की गई थी दूसरी मंजिल का शटर अंदर से नट बोल्ट द्वारा बंद था उसके बावजूद भी आज की चिंगारी अंदर कैसे पहुंची जानकारी अज्ञात है। लाइट का स्विच ऑफ 20 अक्टूबर को शाम 6 बजे ही दुकान का शटर बंद कर गए थे । इसलिए शार्ट सर्किट का संदेह भी कम है।घर पर पूजा की तैयारी कर रहे थे कि अचानक क्षेत्रवासी घर बुलाने आये कि दुकान में धुआं निकल रहा है फिर शीघ्र ही परिवार जन मौके पर पहुंचे। तब पता चला कि आग लगी है। विशेषज्ञ ही गहन जांच के बाद यह बता सकते हैं कि यह आग शॉर्ट सर्किट से लगी है या आतिशबाजी से या फिर अन्य किसी कारण से |

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