शहरदेश

टाटा पावर रिन्यूएबल्स द्वारा संचालित नीमच RUMSL सोलर प्रोजेक्ट 431 मेगावाट पीक क्षमता के साथ इंदौर की 95% ऊर्जा ज़रूरतें को पूरा करने में सक्षम

*हर साल 7.8 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) के उत्सर्जन को रोकता है • सिंगल एक्सिस ट्रैकर और बाई-फेशियल ग्लास-टू-ग्लास मॉड्यूल की आधुनिक तकनीक से यह प्रोजेक्ट कम से कम 15% अधिक प्रभावशाली बनता है

नीमच, 24 जुलाई 2025

टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL), जो टाटा पावर कंपनी लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है और भारत के अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही है, ने मध्य प्रदेश के नीमच में 431 मेगावाट पीक क्षमता की सौर परियोजना विकसित की है। यह परियोजना देश की हरित ऊर्जा क्षमता को बढ़ावा देने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में एक अहम कदम है।

इस परियोजना की खास बात यह है कि इसमें सिंगल-एक्सिस ट्रैकर और बाई-फेशियल ग्लास-टू-ग्लास सोलर मॉड्यूल का इस्तेमाल किया गया है, जो सूरज की दिशा को ट्रैक करते हैं और ज़मीन से वापस आने वाली रोशनी को भी उपयोग में लेते हैं। इससे बिजली उत्पादन में कम से कम 15% की बढ़ोतरी होती है। यह प्रोजेक्ट ‘सॉल्यूशन्स फॉर पावर प्रोड्यूसर’ कैटेगरी में शामिल था और इसे 17 महीनों के भीतर पूरा कर लिया गया।

यह अत्याधुनिक और विशाल परियोजना लगभग 9 करोड़ यूनिट बिजली उत्पन्न करने की क्षमता रखती है, जो इंदौर की लगभग 95% जनसंख्या की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। यह परियोजना क्षेत्र में सतत ऊर्जा भविष्य को साकार करने की दिशा में स्केल और तकनीकी दक्षता का उत्कृष्ट उदाहरण है।

यह सोलर प्लांट 2,000 एकड़ में फैला है और इसमें 7,65,408 बाई-फेशियल ग्लास-टू-ग्लास सोलर पैनल लगाए गए हैं। इसकी DC क्षमता 431 मेगावाट पीक है और AC आउटपुट 330 मेगावाट है, जिसे बेहतर ऊर्जा रूपांतरण और प्रदर्शन के लिए तैयार किया गया है।

यह प्रोजेक्ट भारत के ऊर्जा बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो पश्चिम मध्य रेलवे और मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी को साफ-सुथरी बिजली उपलब्ध कराएगा। इससे हर साल लगभग 7,80,300 टन CO₂ उत्सर्जन में कमी आने की उम्मीद है, जो भारत के 2030 तक 500 गीगावाट गैर-पारंपरिक ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लक्ष्य को समर्थन देता है।

नीमच सौर परियोजना TPREL की नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में नेतृत्व और भारत के कम-कार्बन भविष्य के निर्माण में उनके योगदान को और अधिक सशक्त बनाती है।

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
.site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}