
नीमच 09 दिसम्बर 2025,
जिले में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के लिए संचालित दुग्ध समृद्धि अभियान के तहत नये मिल्क रूट तैयार किए जाए। नवीन दुग्ध समितियों का गठन कर, अधिकाधिक दुग्ध उत्पादकों को इन समितियों से जोडे। बैकयार्ड बकरीपालन योजना के तहत इस माह अंत तक शतप्रतिशत लक्ष्यपूर्ति सुनिश्चित की जाए। यह निर्देश कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में सोमवार को ए.पी.सी.समूह के विभागों की मासिक विभागीय समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अमन वैष्णव सहित कृषि , मत्स्य, उद्यानिकी, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग को जिला अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने धरती आबा अभियान के तहत 7 जनजातिय बाहुल्य ग्रामों के सभी 94 पट्टाधारियों को पशुपालन विभाग की बकरीपालन, मुर्गीपालन योजनाओं का लाभ दिलाकर, मार्च अंत तक शतप्रतिशत सेचुरेशन करने के निर्देश उप संचालक पशुपालन को दिए। साथ ही आचार्य विद्यासागर योजना के तहत शतप्रतिशत लक्ष्य अनुरूप 55 हितग्राहियों को एक माह में हितलाभ वितरण करवाने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिए, कि जिले के सभी पशुपालकों का सत्यापन करवाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें, कि जिले में कितने पशुपालक है, इनमें से कितने पशुपालकों को के.सी.सी.जारी किया गया है और कितने पशुपालक केसीसी से वंचित रहे है। वंचित सभी पशुपालकों को भी केसीसी जारी करवाने के निर्देश दिए।
पीएमएफएमई योजना की समीक्षा में बताया गया, कि जिले में 122 के लक्ष्य विरूद्ध अब तक 88 हितग्राहियों के प्रकरण स्वीकृत किए जा चुके है। कलेक्टर ने 15 जनवरी तक सभी 122 हितग्राहियों के प्रकरण स्वीकृत करवाने और न्यूनतम 90 हितग्राहियों को ऋण वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश उप संचालक उद्यानिकी व एलडीएम नीमच को दिए।
बैठक में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए 2000 किसानों को 500-500 के कलस्टर में प्रेरित कर प्राकृतिक खेती प्रारंभ करवाने के निर्देश देते हुए कलेक्टर ने कहा, कि प्राकृतिक खेती के साथ ही जैविक खेती को भी बढ़ावा दिया जाए। बैठक में कलेक्टर ने जिले में उर्वरक की उपलब्धता एवं वितरण स्थिति की समीक्षा की। बैठक में उप संचालक कृषि ने बताया, कि जिलें में समितियों और डबल लाक केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। जिलें में निरंतर उर्वरक की उपलब्धता हो रही है। जिले को प्राप्त उर्वरक निरंतर सोसायटी में पहॅुचाया जा रहा है।



