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अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे योजनाओं का लाभ, समाज से दूर करेंगे कुरूतियां

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने की मीडिया से चर्चा, बताया लोक अदालत का महत्व

नीमच, 2 मई 2025

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव व सिविल जज श्रीमती शोभना मीणा व जिला विधिक सहायता अधिकारी प्रवीण कुमार ने शुक्रवार को मीडिया के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने प्राधिकरण की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने तथा समाज की कुरूतियों को दूर करने संबंधी अपने लक्ष्य को बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे ये कार्य सामाजिक सरोकार से जुड़े है जिसमें मीडिया की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने बैठक उपस्थित मीडियाकर्मियों से भी भरपूर सहयोग का आव्हान किया।

पुराने कोर्ट परिसर स्थित एडीआर सेंटर कक्ष में यह बैठक हुई। जिसमें सर्व प्रथम प्राधिकरण सचिव शोभना मीणा ने बताया कि बैठक का उदेश्य जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जो योजनाएं संचालित करता है उसकी पहुंच जन जन हो। जिले के अंतिम छोर के व्यक्ति तक उन योजनाओं को पहुंचा पाए। इसके लिए मीडिया का सहयोग भी बहुत जरूरी है। इसके अलावा आगामी 10 मई को नेशनल लोक अदालत का आयोजन होना हैं उसके बारे में भी जानकारी जन-जन तक पहुंचाना है। ताकि वे अपने समझौता योग्य मामले उसके माध्यम से निपटा सके। लोक अदालत के फायदों का उन्हें लाभ मिले। इसमें एक न्याय मिलता है जिसमें कोई बढोतरी नहीं होती। कोई अपील नहीं होने से हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट मामला जाएगा नहीं। यह ऐसा न्याय हैं जिसमें न किसी की जीत न किसी हार की परिकल्पना होती है।

बांछड़ा व बंजारा समाज की कुरूतियों का खत्म करने लक्ष्य-

प्राधिकरण का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य बांछड़ा व बंजारा समाज की कुरूतियों को खत्म का भी है। उक्त विषय के बारे में सचिव श्रीमती मीणा ने बताया बंजारा समाज और बांछड़ा समुदाय में सालों से कुछ कुरूतियां चली आ रही है इनको लेकर प्राधिकरण का उदेश्य हैं कि लोगों से जुड़कर उसकी तह तक जाए। उनके मामले को समझे और जो भी कानूनी रूप से कर पाएंगे वह करें। जिसका एक भाग जागरूकता तो हैं वहीं दूसरा भाग विधिक प्रक्रिया है। एक मामला यह सामने आया हैं कि बांछड़ा समुदाय के कई बच्चों के जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे है। इस कारण वे शिक्षा, रोजगार व सरकार की योजनाओं से वंचित हो रहे है। हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि इसमें कानूनी रूप से कुछ एक्शन करवाएं। हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट से भी कुछ आदेश इसको लेकर पारित करवा पाए ताकि फिर कोई भी कानूनी रूप से किसी भी आधार पर उसे मना नहीं कर पाए।

बंजारा समाज में बाल सगाई प्रथा तोड़ने से होते अपराध-

मीणा ने बताया कि बंजारा समुदाय में हम सभी जानते है कि बाल सगाई और फिर उसे तोड़ने पर बहुत बड़ा चंदा प्रथा का प्रचलन है। इस कारण बहुत सारे अपराध होते है। इनमें लड़ाई-झगड़े आदि है। इनको लेकर हमारी कोशिश हैं कि इन्हीं समुदायों से निकले कुछ अच्छे लोग जो उच्च पदों पर हैं उनके माध्यम से इन चीजों को रोक पाएंगे। ऐसे अभियानों में मीडिया के सहयोग बहुत जरूरी है।

सामाजिक सरोकार रखने वालों को बनाएंगे पीएलवी-

बैठक को संबोधित करते हुए जिला विधिक सहायता अधिकारी प्रवीण कुमार ने भी संबोधित किया। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण से हम सामाजिक सरोकार रखने वाले व्यक्ति को पेरालीगल वालेंटियर के रूप में जोड़ना चाहते है। जल्द ही उनका चयन भी किया जाना है। इसमें ऐसे लोग आगे आएंगे तो प्राधिकरण अपने उदेश्यों के अनुसार बेहतर काम कर सकेगा। वालेंटियर के तौर पर ऐसे अच्छे लोग जुड़ सके जो समाज के लिए कुछ करना चाहते हो। वे इस जिले और देश की उन्नति व विकास का साधन बन पाएंगे।

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