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कोरोना वायरस, केंद्र सरकार ने जारी कि नए वेरिएंट JN.1 की गाइडलाइन, मध्यप्रदेश में भी मुख्यमंत्री ने लागू की,

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमें कोविड से जीत मिली है. इसके साथ ही मोहन यादव ने कहा, कोविड के साथ ही दूसरी सभी बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी दक्षता से काम कर रहा है।

नीमच , बुधवार, 20 दिसंबर 2023

भारत में कुछ समय में कोविड के मामलो में वृद्धि और कोविड के नए वेरिएंट JN 1. का पहला मामला सामने आने के बाद केंद्र और सभी राज्य सरकारों के स्वास्थ विभाग अलर्ट मोड पर आ चुके है, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खुद इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि कोविड के नए वैरिएंट को लेकर भारत सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है वह हमने पूरे प्रदेश में लागू की है।

देश के कुछ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हाल ही में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि और देश में कोविड-19 के जेएन.1 वेरिएंट के पहले मामले का पता चलने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र भेजकर देश में कोविड की स्थिति पर निरंतर निगरानी बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत कोविड नियंत्रण और प्रबंधन के लिए अहम रणनीतियों के लिए इन बातों पर जोर दिया।

1. आने वाले त्योहारों के मौसम को देखते हुए राज्यों को अपेक्षित सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय और अन्य व्यवस्थाएं करने की सलाह दी गई है, ताकि श्वसन संबंधी स्वच्छता का पालन करते हुए बीमारी बढ़ने के जोखिम को कम किया जा सके.

2. राज्यों से कोविड-19 के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा साझा किए गए संशोधित निगरानी रणनीति के विस्तृत परिचालन दिशानिर्देशों का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है.

3. राज्यों को नियमित आधार पर एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच (IHIP) पोर्टल सहित सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) मामलों की जिलेवार निगरानी और रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है, ताकि ऐसे मामलों की शुरुआती बढ़ती प्रवृत्ति का पता लगाया जा सके।

4. राज्यों को सभी जिलों में कोविड-19 परीक्षण दिशानिर्देशों के अनुसार पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करने और आरटी-पीसीआर और एंटीजन परीक्षणों की अनुशंसित हिस्सेदारी बनाए रखने की सलाह दी गई है.

5. राज्यों को आरटी-पीसीआर (RT PCR Test) परीक्षणों की संख्या बढ़ाने और पॉजिटिव नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भारतीय एसएआरएस सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) प्रयोगशालाओं में भेजने के लिए प्रोत्साहित किया गया ताकि देश में नए वेरिएंट, यदि कोई हो, तो उनका समय पर पता लगाया जा सके.

6. राज्यों को अपनी तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित ड्रिल में सभी सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी.

7. राज्यों को सामुदायिक जागरूकता को भी बढ़ावा देना होगा, ताकि श्वसन स्वच्छता के पालन सहित, कोविड-19 के प्रबंधन में उनका निरंतर समर्थन प्राप्त हो सके.

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