
नीमच, 8 फरवरी 2024, गुरुवार
नीमच के समाजसेवी अशोक अरोरा पर फायरिंग कर हत्या करने की कोशिश के मामले में कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी को नीमच पुलिस ने चितखेड़ा मगरे से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस बाबू सिंधी को मेडिकल के लिए जिला अस्पतालत लेकर पहुंची। जिला अस्पताल के समीप स्थित ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टरों की टीम ने तस्कर बाबू सिंधी का मेडिकल किया। इसके बाद बाबू सिंधी को जिला अस्पताल के जेल वार्ड में शिफ्ट कर दिया।
नीमच पुलिस अधीक्षक अमित कुमार तोलानी ने समाजसेवी अशोक अरोरा पर हुए हमले को लेकर बड़ा खुलासा किया हैं। एसपी तोलानी ने कहा कि केंट थाने पर दर्ज अपराध क्रमांक 43/2024 मामले में फरार मुख्य आरोपी जयकुमार सबनानी उर्फ़ बाबू सिंधी की सूचना मिली थी कि बाबू सिंधी जीरन थाना अंतर्गत चीताखेड़ा के रास्ते राजस्थान प्रतापगढ़ की ओर जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की तो पुलिस को देखकर बाबू सिंधी पहाड़ पर चढ़ने लगा। पहाड़ी से कूदने पर बाबू सिंधी को पैर में चोट भी लग गई। पुलिस ने बाबू सिंधी को गिरफ्तार किया और मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लाए।
एसपी अमित तोलानी ने कहा कि 04 फरवरी को हुई फायरिंग की घटना के बाद पुलिस ने घटनास्थल से एक मोबाइल जब्त किया था। मोबाइल की कॉल डिटेल से पता चला कि जो शूटर्स थे वे लगातार बाबू सिंधी के संपर्क में थे। शूटर्स तक मोबाइल सप्लाई करने वाले आरोपी का नाम अहमद है। अहमद को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और 5 दिन की रिमांड पर लिया है। एसपी तोलानी ने कहा कि अशोक अरोरा पर हुए हमले में चार शूटर्स शामिल थे। जिसमें से एक शूटर की मौत हो चुकी है। एक को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकि बचे दो शूटर्स की पुलिस ने पहचान कर ली है। इनके नाम अकरम और आशिक है। शूटर्स को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें रवाना कर दी गई हैं। एसपी ने कहा कि पूछताछ में इस घटना से जुड़े और भी आरोपियों के नाम सामने आ सकते हैं।
कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी ने बेटे की बीमारी का रतलाम से फर्जी मेडिकल बनवाया था.
कुख्यात तस्कर व हमले का मास्टर माइंड बाबू सिंधी को 19 दिसंबर 2023 को हाईकोर्ट से एक महीने की पैरोल मिली थी। वह भोपाल सेंट्रल जेल में बंद था। इससे पहले वह भैरवगढ सेंट्रल जेल में था, जहां पर शार्प शूटर बाबू फकीर के साथ एक बैरक में रहा। शार्प शूटर बाबू फकीर से जेल में दोस्ती बढाई और बाबू फकीर की कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के जीजा ने पैरोल करवाई। बीते माह पैरोल की अवधि बढाने के लिए बाबू सिंधी ने हाईकोर्ट में आवेदन किया। इसमें उसके बेटे को बीमारी और उसके रिश्तेदार भाई की जयपुर में मृत्यु बताया। रतलाम की मेडिकल रिपोर्ट लगाई गई। सूत्र बताते है कि फर्जी मेडिकल रिपोर्ट का बाबू सिंधी ने सहारा लिया। सीबीएन ने भी इस बात का विरोध किया था। 17 जनवरी को हाईकोर्ट में फिर एक माह की अवधि बढाने का आवेदन लगाया। हाईकोर्ट ने 19 फरवरी तक पैरोल की अवधि बढाई थी। बाबू सिंधी ने इसलिए पैरोल की अवधि बढाई कि वह शार्प शूटरों को सुपारी देकर वह समाजसेवी अशोक अरोरा की हत्या करवा सके। पुलिस हत्या की सुपारी देने वाले बाबू सिंधी से पूछताछ में जुटी हुई है, इस मामले में और कई खुलासें हो सकते है।
Source:- Electronic Media