
नीमच 11 अप्रेल 2025,
जिले में चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल संरचनाओं के निर्माण, जीर्णोद्धार, मरम्मत एवं जन सहयोग से जल संरचनाओं के साफ-सफाई का कार्य वृहद स्तर पर किया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को नीमच जिले के जनपद मनासा की ग्राम पंचायत ढ़ंढेरी पहॅुच कर, कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा ने गांव में स्थित प्राचीन बावड़ी पर ग्रामीणों के साथ श्रमदान कर, बावड़ी की साफ-सफाई की। उन्होने फावड़ा चलाकर, बावड़ी की सीढियों (स्टेप) की मिट्टी हटाई और अपने हाथों से झाड़िया उखाड़ कर, बावड़ी की साफ-सफाई के लिए श्रमदान किया।
इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ श्री अमन वैष्णव, एसडीएम श्री पवन बारिया, जनपद सीईओ श्री अरविंद डामोर, सरपंच श्री रोड़ीलाल कछावा एवं उप सरपंच श्री मनोहर राठौर, श्री लोकेश तुगनावत, श्री रामविलाश पाराशर, श्री शांतिलाल पाराशर, श्री रामचंद्र कुशवाह सहित बड़ी संख्या में पंचायत पदाधिकारियों, जनअभियान परिषद की नवांकुर संस्था के सदस्यों और ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक कलेक्टर के साथ बावड़ी की स्वच्छता के लिए श्रमदान किया।
कलेक्टर श्री चंद्रा ने अधिकारियों के साथ ढ़ंढेरी नदी का अवलोकन कर, वहॉं क्षतिग्रस्त स्टाप डेम के स्थान पर नवीन स्टाप डेम निर्माण के लिए स्थल का निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को प्रांकलन बनाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री चंद्रा ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा, कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत बड़े तालाबों से मिट्टी निकालने का कार्य किया जा रहा है। इससे किसानों को उपजाऊ मिट्टी अपने खेतों में डालने के लिए उपलब्ध होगी। साथ ही तालाब का गहरीकरण होने से उनकी जल भराव क्षमता एवं क्षेत्र के जल स्तर में वृद्धि होगी। कलेक्टर ने जल गंगा संवर्धन अभियान को जन सहभागिता से जन आंदोलन बनाने में पंचायत पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए जल संरक्षण, जल संरचनाओं के निर्माण के लिए ग्रामीणों को जागरूक कर, अभियान में उनकी सहभागिता बढ़ाने पर भी जोर दिया। कलेक्टर ने उपस्थित ग्रामीणों को जल संरक्षण एवं पानी बचाने के लिए सामुहिक शपथ भी दिलाई। उन्होने बावड़ी का पूजन अर्चन कर, साफ-सफाई अभियान का शुभारंभ भी किया।
जिला पंचायत सीईओ श्री अमन वैष्णव ने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले में जल संरक्षण कार्यो की जानकारी देते हुए बताया, कि जिले में 18 तालाबों का गहरीकरण कार्य किया जाकर, मिट्टी निकाली जा रही है। 173 तालाब गहरीकरण के लिए चिन्हित किए गए है। जिले में 22 नए अमृत सरोवर, 82 नये खेत तालाब एवं 7 नए तालाबों के निर्माण का कार्य चिन्हित किया गया है। 85 बावडियों, 196 चेकडेम एवं स्टापडेम की मरम्मत एवं साफ-सफाई के कार्य इस अभियान के तहत आगामी 30 जून 2025 तक करवाए जाएंगे।